भोपाल 6 जुलाई मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने दो दिवसीय नई दिल्ली प्रवास के दौरान केन्द्रीय मंत्रियों के साथ मैराथन मीटिंग्स करते हुए मध्यप्रदेश में सर्वोच्च प्राथमिकता देकर किये गये कोविड-19 के नियंत्रण, गेहूँ उपार्जन, सौर परियोजना के क्रियान्वयन, प्रदेश के बासमती चावल को जीआई टैग दिलवाने, किसानों से पिछले वर्ष उपार्जित गेहूँ को केन्द्रीय पूल मे लेने, प्रदेश में तेल और प्राकृतिक गैस की अन्वेषण अनुमति के लिये 5 परमिट जारी करने के अनुरोध, प्रदेश के लिये अतिरिक्त यूरिया की माँग और मध्यप्रदेश के विभिन्न वर्गों के हित में आवश्यक कदम उठाने का अनुरोध किया।
मुख्यमंत्री ने की राष्ट्रपति से भेंट
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने नई दिल्ली में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से राष्ट्रपति भवन में सौजन्य भेंट की। श्री चौहान की माह मार्च 2020 में मुख्यमंत्री बनने के उपरांत राष्ट्रपति से यह पहली मुलाकात थी। मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री ने राष्ट्रपति को राज्य की वर्तमान कोरोना स्थिति की जानकारी और अन्य विषयों पर चर्चा की। साथ ही राज्य सरकार द्वारा प्रकाशित दो पुस्तिकाओं ’उम्मीद’ और ’मध्यप्रदेश-विकास के प्रतिबद्ध प्रयास’ की प्रतियां राष्ट्रपति को भेंट की।
उपराष्ट्रपति से भी हुई  मुलाकात
मुख्यमंत्री ने उप राष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू से मुलाकात की। चौहान की माह मार्च 2020 में मुख्यमंत्री बनने के उपरांत राष्ट्रपति से यह पहली मुलाकात थी। मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री श्री चौहान ने उपराष्ट्रपति को प्रदेश में इस वर्ष हुए बम्पर गेहूँ उपार्जन की जानकारी दी और राज्य सरकार ने कोरोना नियंत्रण एवं प्रवासी श्रमिकों के कल्याण के लिए उठाये गये कदमों से अवगत कराया।
 बासमती को जी.आई. टैग दिलाने का कृषि मंत्री से अनुरोध
मुख्यमंत्री  चौहान ने नई दिल्ली में केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर से मुलाकात कर मध्यप्रदेश के बासमती चावल को जी.आई. टैग दिलवाने का आग्रह किया। मुलाकात के दौरान श्री चौहान ने बताया कि प्रदेश में बासमती चावल का उत्पादन 13 जिलों में किया जाता है और इससे प्रदेश के लगभग 80 हजार किसान जुड़े हुए हैं। मध्यप्रदेश का चावल यहां के किसानों द्वारा विदेशों में भी निर्यात किया जाता है,  किसानों के हित और चावल की गुणवत्ता को देखते हुए मध्यप्रदेश के बासमती चावल को जी.आई. टैग देना उचित होगा। तोमर ने चौहान के आग्रह पर केन्द्र सरकार द्वारा उक्त संदर्भ में हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया।
अतिरिक्त यूरिया आवंटन की मांग
मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री डी.वी. सदानंद गौड़ा से नई दिल्ली में मुलाकात कर राज्य के लिए अतिरिक्त यूरिया आवंटन का अनुरोध किया। चौहान ने कुल 5.75 लाख मीट्रिक टन अतिरिक्त यूरिया राज्य के लिए शीघ्र आवंटन करने की मांग की। श्री चौहान ने बताया कि माह जुलाई के लिए डेढ़ लाख मीट्रिक टन यूरिया और अगस्त से सितम्बर तक के लिए 4.25 लाख मीट्रिक टन यूरिया आवंटन की आवश्यकता है। केन्द्रीय मंत्री श्री सदानंद गौड़ा ने राज्य को अतिरिक्त यूरिया का कोटा बढ़ाने का आश्वासन दिया और साथ ही प्रदेश में रैक प्वाइंट्स बढ़ाने की सहमति दी।
 अन्वेषण की अनुमति मांगी
 चौहान ने नई दिल्ली में केन्द्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान से मुलाकात की। मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में ओएनजीएल द्वारा अन्वेषण अनुमति के लिये आवेदन दिया गया है। जिसके लिये राज्य शासन के खनिज विभाग द्वारा पूरी कार्यवाही की जा चुकी है।  चौहान ने इस कार्य के लिये 5 परमिट जारी किये जाने का अनुरोध केन्द्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री से किया। केन्द्रीय मंत्री  प्रधान ने उचित कार्यवाही करने का आश्वासन दिया।

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